जब जब ये दिन ये महिना ये तारीख आयी, प्यार से हमने जन्मदिन की महफ़िल सजाई, हर शमा पर नाम लिख दिया दोस्ती का, रौशनी में इसकी चाँद जैसी तेरी सूरत समाई।
Shairiyon Ki Dukan
जब जब ये दिन ये महिना ये तारीख आयी, प्यार से हमने जन्मदिन की महफ़िल सजाई, हर शमा पर नाम लिख दिया दोस्ती का, रौशनी में इसकी चाँद जैसी तेरी सूरत समाई।